तन्हा सफ़र

तन्हा सफ़र की हसरत थी कहाँ,
मोहब्बत में बिछड़ने की चाहत थी कहाँ।
वक़्त इस कदर बदलेगा हमने सोचा था कहाँ,
ज़िंदगी इस कदर बर्बाद होगी तुम से मिलकर ये हमने सोचा था कहाँ।

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