हर साँस शिकायत करती है,

हर साँस शिकायत करती है,
बस तुमसे मिलने की चाहत करती है।
है इल्म इन्हें अब ये मुम्किन नही,
न जाने क्यों यही दरकार बार बार ये करती है।

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