Tum bin aab khush rehte he hum


तुम बिन अब ख़ुश रहते है,
तुझे याद कर अब बेवजह,
इन आँखों से अश्क नही बहते है।
हर वक़्त बात में जिक्र तेरा हम रोज किया करते थे,
अब बिन तेरे जिक्र के मेरा सारा दिन होता है।
तब डरते थे तन्हा रहने में,
अब तन्हहियो के मजे ले रहे है।
तुझे, भूल दिल्लगी करली मेने वक़्त के साथ,
अब हर लम्हा ख़ुश रहते है

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