मेरा उसका साथ हो ऐसे जैसे।
में दीपक उसका वो ज्योति मेरी,
में उदास दिन वो अल्लड़ शाम मेरी।
में शांत समुन्दर वो चंचल नदी मेरी,
में ख्वाब उसका वो हकीकत मेरी।
में गगन उसका वो चाँदनी मेरी।
में अधूरा सज वो पूरा संगीत मेरा।
में तपती धूपसा वो शीतल छाओ मेरी।
में प्रीतम वो प्रियतमा मेरी।
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