ज़िन्दगी तुझसे इश्क़ है
ऐ ज़िन्दगी बेइंतहा इश्क़ मुझे तुम से है, है खबर मुझको भी इश्क़ तो तुझको भी मुझसे है।
फिर न जाने क्यो सताती है तू मुझको,
किस बात से अब तू घबरातीं है मुझसे।
क्या ये अंदाज़े इश्क़ है तेरा,
या में मानलू इक तऱफ़ा इश्क़ है मेरा।
मेरा हमदर्द है तू सुनी राह का साथी है तू ,
मेरी जिंदगी का प्रीत है तू ।
तुम से ही तो मुक़म्मल इश्क़ है मेरा,
मेरी जिंदगी का तार तो तुझ से है जुड़ा।
ये बात तू फिर से जान ले ,
ऐ ज़िन्दगी बेइंतहा इश्क़ मुझे तुम से है।
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